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महालक्ष्मी पूजा विधि - Mahalaxmi Pujan Vidhi Hindi Sanskrit PDF

महालक्ष्मी पूजा विधि - Mahalaxmi Pujan Vidhi Hindi Sanskrit PDF Upayogi Books

by Unknown
(0 Reviews) November 09, 2023
Guru parampara

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November 09, 2023
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Unknown
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Karmakanda
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Hindi Sanskrit
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महालक्ष्मी पूजनकर्ता स्नान करके कोरे अथवा धुले हुए शुद्ध वस्त्र पहनें, माथे पर तिलक लगाए और शुभ मुहूर्त में पूजन शुरू करें

महालक्ष्मी पूजा विधि - Mahalaxmi Pujan Vidhi Hindi Sanskrit PDF


इस हेतु शुभ आसन पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके पूजन करें। अपनी जानकारी हेतु पूजन शुरू करने के पूर्व प्रस्तुत पद्धति एक बार जरूर पढ़ लें।

पवित्रीकरण :

बाएँ हाथ में जल लेकर दाहिने हाथ की अनामिका से (कुश की ब्रह्मदण्डी से) निम्न मंत्र बोलते हुए अपने ऊपर एवं पूजन सामग्री पर जल छिड़कें -

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा ।
यः स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यंतरः शुचिः ।।
पुण्डरीकाक्षः पुनातु, पुण्डरीकाक्षः पुनातु, पुण्डरीकाक्षः पुनातु,

आसन :

निम्न मंत्र से अपने आसन पर उपरोक्त तरह से जल छिड़के-

ॐ पृथ्वी त्वया धता लोका देवि त्वं विष्णुना घृता ।
त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु च आसनम् ॥

आचमन :

दाहिने हाथ में जल लेकर तीन बार आचमन करें-

ॐ केशवाय नमः स्वाहा,ॐ नारायणाय नमः स्वाहा,ॐ माधवाय नमः स्वाहा ।

यह बोलकर हाथ धो लें - ॐ गोविन्दाय नमः हस्तं प्रक्षालयामि ।


दीपक

दीपक प्रज्वलित करें एवं हाथ धोकर दीपक पर पुष्प एवं कुंकुम से पूजन करें-

शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसम्पदा शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते ॥

दीपो ज्योति परं ब्रहम दीपो ज्योतिर्जनार्दनः।दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते ॥

पुजन कर प्रणाम करे ।

स्वस्तिवाचन

निम्न मंगल मंत्र बोलें-

ॐ स्वस्ति न इंद्रो वृद्धश्रवाः स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः ।स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥

द्यौ: शान्तिरन्तरिक्ष गुं शान्तिः पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः । वनस्पतयः शान्तिर्विश्वे देवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्व गुं शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः शामा शान्तिरेधि ।

यतो यतः समीहसे ततो नोऽअभयं कुरु ।शन्नः कुरु प्राजाभ्योऽभयं नः पशुभ्यः । सुशान्तिर्भवतु ॥

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