श्रीमद्भागवत पुराण को वेद व्यास द्वारा लिखा गया माना जाता है. यह पुराण संस्कृत में लिखा गया है और इसमें 18,000 श्लोक हैं. श्रीमद्भागवत पुराण को 12 स्कंधों में बांटा गया है. प्रत्येक स्कंध में एक अलग विषय पर चर्चा की गई है.
श्रीमद्भागवत पुराण एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है. यह हिंदुओं के लिए एक मार्गदर्शक है और यह उन्हें जीवन के सभी पहलुओं के बारे में ज्ञान प्रदान करता है. श्रीमद्भागवत पुराण में भगवान कृष्ण के भक्तियोग का वर्णन किया गया है, जो हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है. यह मार्ग लोगों को भगवान कृष्ण के प्रति समर्पित होने और उनके जीवन में आनंद और शांति प्राप्त करने में मदद करता है.
श्रीमद्भागवत पुराण एक अत्यंत लोकप्रिय ग्रंथ है. इसे दुनिया भर में लाखों लोगों ने पढ़ा है और इसका अनुवाद कई भाषाओं में किया गया है. श्रीमद्भागवत पुराण एक अमूल्य रत्न है जो लोगों को जीवन के सभी पहलुओं के बारे में ज्ञान प्रदान करता है.