अरुण कुमार शर्मा एक ऐसे व्यक्ति का नाम है जिनकी लेखनी पिछले पचास वर्षो से अनवरत गतिशील है। अरुण कुमार शर्मा एक ऐसे चिन्तक और विचारक का नाम है, जिन्होंने अपने गहन गम्भीर चिन्तन, मनन द्वारा भारतीय गुह्य विद्याओं और उनके आध्यात्मिक तत्वों के अन्तराल में प्रवेश कर उनके विषय में अपने मौलिक विचारों को व्यक्त किया है।
अरुण कुमार शर्मा एक ऐसे सत्यान्वेषी व्यक्ति का नाम है, जिन्हें योग-तंत्र में निहित रहस्यमय सत्यों से परिचित होने के लिए प्रच्छन्न-अप्रच्छन्नन भाव से विचरण और निवास करने वाले सिद्ध, सन्त-महात्माओं और योगी-साधकों की खोज में सम्पूर्ण भारत की ही नहीं बल्कि हिमालय और तिब्बत के दुर्गम स्थानों को जीवन-मरण दायिनी हिम यात्रा की हैं।
अरुण कुमार शर्मा एक ऐसे साहित्यकार का नाम है, जिन्होंने अपनी सशक्त आध्यात्मिक और दार्शनिक कृतियों से संबंधित समकालीनों को सैकड़ों मील पीछे छोड़ दिया है। विलक्षण प्रान्न्जल भाषा, मनोहारी शिल्प आत्मग्राही सज्जा और आकर्षक प्रस्तुति करण उनकी कृतियों का विशेषण है।
हजारों पंक्तियों के बीच उनकी पंक्ति को पहचान लेना प्रत्येक वर्ग के पाठकों के लिए सरल और सहज है। और यही वह तथ्य है जो अरुण कुमार शर्मा को अरुण कुमार शर्मा बनाता है।
उनकी प्रसिद्ध कृति मारण पात्र को प्रकाशित कर आस्था प्रकाशन अपने आपको गौरवान्वित अनुभव कर रहा है। परमात्मा से प्रार्थना है कि इस महान विचारक, तपस्वी, साधक और मनस्वी को दीर्घायु प्रदान करें ।
प्रकाशक :- आस्था प्रकाशन , वाराणसी